अच्छी शिक्षा के विना मनुष्यों के सुख के लिए और कोई भी आश्रय नहीं है /
इसलिए सबको उचित है कि आलस्य और कपट आदि कुकर्मों को छोड़के विद्या के प्रचार के लिए सदा प्रयत्न किया करें /
अच्छी शिक्षा के द्वारा ही मनुष्य सच्चे अर्थो में मनुष्य बन सकता है क्योकि उसकी सोच ही उसके जीवन को एक दिशा देती है.
यदि बुध्धि ही ख़राब हो जाये या भ्रमित हो जाये तो फिर विनाश निश्चित है.....