वेद में कहा गया है यज्ञो वै श्रेष्ठतम कर्मम अर्थात यज्ञ इस सृष्टि का सर्वश्रेष्ठ कर्म है,....यज्ञ सिर्फ वह नै की इस्वर की पूजा ही करना है,किसी गरीब को भोजन करना भी यज्ञ है,किसी निर्धन की सहायता करना यज्ञ है,असहाय को सहारा देना यज्ञ है....हर वो कर्म जो मानवीय है श्रेष्ठ है वह यज्ञ है....अतः यज्ञ से अपने जीवन में सदा उचाईयों की और बढे....
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